श्रावण मास में अपनी राशि अनुसार करें शिवजी का अभिषेक
श्रावण मास, जिसे सावन का महीना भी कहा जाता है, भगवान शिव की पूजा करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए मनाया जाता है। सावन माह के दौरान सोमवार का दिन शुभ होता है और ऐसा माना जाता है कि यदि भक्त समर्पण के साथ भगवान शिव की पूजा करे तो भगवान शिव उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।[1] श्रावण मास शिवजी को विशेष प्रिय है। भोलेनाथ ने स्वयं कहा है— द्वादशस्वपि मासेषु श्रावणो मेऽतिवल्लभः । श्रवणार्हं यन्माहात्म्यं तेनासौ श्रवणो मत: ॥ श्रवणर्क्षं पौर्णमास्यां ततोऽपि श्रावण: स्मृतः। यस्य श्रवणमात्रेण सिद्धिद: श्रावणोऽप्यतः ॥[2] अर्थात मासों में श्रावण मुझे अत्यंत प्रिय है। इसका माहात्म्य सुनने योग्य है अतः इसे श्रावण कहा जाता है। इस मास में श्रवण नक्षत्र युक्त पूर्णिमा होती है इस कारण भी इसे श्रावण कहा जाता है। इसके माहात्म्य के श्रवण मात्र से यह सिद्धि प्रदान करने वाला है, इसलिए भी यह श्रावण संज्ञा वाला है।
मेष राशि- सावन में मंगल प्रधान इस राशि के जातक शिवजी को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं। जल में शहद और सुगंधित पदार्थ मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।
वृषभ राशि- इस राशि के जातक कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें। दूध के बाद जल का अभिषेक भी करें। इस तरह अभिषेक करने से निश्चह ही इन्हें शिव कृपा प्राप्त होगी।
मिथुन राशि– इस राशि के जातक शिवलिंग पर गंगाजल से अभिषेक करें। साथ में बेलपत्र भी अर्पित करें। ऐसा करना इनके लिए शुभ फलदायी होगा।
कर्क राशि- इस राशि के जातक सावन में भगवान शिव का अभिषेक दही से करें। ऐसा करने से आपको शिव की विशेष कृपा मिलेगी।
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